यद्यपि मैकाले जैसे साम्राज्यवाद के समर्थक लोग, काल्पनिक समाजवादी कहकर उनका मजाक भी उड़ाते रहे, शायद इसलिए कि विकास के प्रति साहचर्य समाजवादियों का दृष्टिकोण बहुत कुछ आदर्शवादिता का शिकार था.
3.
सर्वप्रथम, उस काल के क्रांतिकारी जनवादी सिद्धान्तकारों, विशेषकर सेंट साइमन, चार्ल्स फूरिये और राबर्ट ओवेन जैसे सर्वहारा वर्ग के प्रतिनिधि काल्पनिक समाजवादी विचारकों ने स्त्रियों की सामाजिक पराधीनता के बुर्जुआ सिद्धांतों की धज्जियाँ उड़ाते हुए नारी उत्पीडन और बुर्जुआ समाज की प्रकृति के बीच के अंतर्संबंधों को उजागर किया था ।
4.
चीन और अरुणाचल के सवाल पर उनका रुख अंधराष्ट्रवादी कम्युनिस्ट विरोधी का रुख है, मुस्लिम प्रश्न पर वे हिंदू संप्रदायवाद के पक्ष में झुके नजर आते हैं, आमदनी के निम्नतम और उच्चतम स्तरों के बीच भेद कम करने का उनका सिद्धांत काल्पनिक समाजवादी की तस्वीर पेश करता है लेकिन उनकी राजनीति के दो सिद्धांत संघवाद और वर्ग संघर्ष की जगह वर्ण संघर्ष खासक्र पिछड़ी जातियों के लिए आरक्षण का दावा परवर्ती राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे ।